समग्र आईडी रिकॉर्ड में त्रुटियों को ठीक करेगा एआई – 25 अगस्त से हर वार्ड में सर्वेक्षण शुरू होगा
समग्र आईडी एक अनूठा पहचान प्रणाली है, जिसे सरकार ने परिवारों और व्यक्तियों को कल्याण योजनाओं और सेवाओं तक आसान पहुँच सुनिश्चित करने के लिए लागू किया है। लेकिन कई लोगों को समग्र आईडी रिकॉर्ड में त्रुटियों या पुरानी जानकारी की वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिससे लाभ प्राप्त करने में देरी होती है।
इन समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल करेगी, जो स्वचालित रूप से समग्र आईडी डेटाबेस में हुई गलतियों का पता लगाएगी और उन्हें सुधारेंगी। 25 अगस्त से हर वार्ड में सर्वे शुरू होगा, जिसमें निवासियों से सही और अपडेटेड जानकारी एकत्रित की जाएगी। यह पहल सुनिश्चित करेगी कि समग्र आईडी रिकॉर्ड सही और अपडेटेड हों, जिससे सेवाओं की बेहतर आपूर्ति और लाखों नागरिकों को लाभ मिलेगा।

समग्र आईडी क्या है?
समग्र आईडी एक अनूठी सरकारी पहचान प्रणाली है, जिसे सार्वजनिक कल्याण योजनाओं और सेवाओं की सुविधा के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह परिवारों और व्यक्तियों के लिए एक एकीकृत पहचान के रूप में काम करता है, जिसे कई राज्यों में लागू किया गया है।
समग्र आईडी के दो हिस्से होते हैं:
8-अंकों वाली पारिवारिक समग्र आईडी: यह एक विशिष्ट नंबर होता है जो प्रत्येक परिवार को दिया जाता है और पूरे परिवार की पहचान करता है।
9-अंकों वाली व्यक्तिगत सदस्य समग्र आईडी: प्रत्येक परिवार के सदस्य को एक अलग 9-अंकों का आईडी नंबर दिया जाता है, जो परिवार की समग्र आईडी से जुड़ा होता है, ताकि परिवार के सदस्यों की सही पहचान हो सके।
यह प्रणाली सटीक रिकॉर्ड रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और सरकार को लाभार्थियों की पहचान और सत्यापन में मदद करती है। समग्र आईडी के माध्यम से नागरिक बिना किसी उलझन या डुप्लिकेशन के विभिन्न सरकारी योजनाओं और लाभों का आसानी से लाभ उठा सकते हैं।

समग्र आईडी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग होगा
समग्र आईडी रिकॉर्ड में मौजूद समस्याओं को हल करने के लिए सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक को लागू कर रही है, जिससे डेटा प्रबंधन की सटीकता और दक्षता में सुधार होगा। AI का उपयोग गलतियों की पहचान करने, जानकारी की जांच करने, और रिकॉर्ड को स्वचालित रूप से अपडेट करने में किया जाएगा, जिससे लंबी मैनुअल प्रक्रियाओं की जरूरत नहीं होगी।
AI-सक्षम सिस्टम की मदद से सत्यापन प्रक्रिया तेज और अधिक सटीक होगी। यह तकनीक समग्र आईडी डेटाबेस में असंगतियों, अधूरी जानकारी या पुरानी जानकारी को तुरंत पहचान कर सुधार सकती है। यह स्वचालित प्रक्रिया मानवीय त्रुटियों को कम करती है और समस्याओं को तेजी से सुलझाती है।
पारंपरिक मैनुअल तरीकों की तुलना में AI के कई फायदे हैं:
- गति: AI बड़ी मात्रा में डेटा को तेजी से प्रोसेस कर सकता है, जिससे अपडेट जल्दी होते हैं।
- सटीकता: यह मैनुअल डेटा एंट्री या सत्यापन में होने वाली गलतियों को कम करता है।
- कुशलता: स्वचालन से सरकारी अधिकारियों का कार्यभार कम होता है, जिससे वे अन्य महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान दे सकते हैं।
हर वार्ड में 25 अगस्त से सर्वे शुरू होगा
सरकार ने घोषणा की है कि 25 अगस्त से हर वार्ड में समग्र आईडी से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए व्यापक सर्वे किया जाएगा। इस वार्ड स्तर के सर्वे का उद्देश्य नागरिकों से सीधे सटीक और अपडेटेड जानकारी एकत्रित करना है ताकि उनके समग्र आईडी रिकॉर्ड में मौजूद गलतियों और समस्याओं को ठीक किया जा सके।
इस सर्वे का मुख्य मकसद निवासियों द्वारा सामना की जा रही गलत जानकारी, अधूरी जानकारियाँ, या आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की लिंकिंग में दिक्कतों का पता लगाना और उसका दस्तावेजीकरण करना है। एकत्रित की गई जानकारी को फिर AI सिस्टम में भेजा जाएगा ताकि वह जल्दी और सही तरीके से समस्याओं का समाधान कर सके।
सरकार चाहती है कि इस सर्वे के दौरान सभी नागरिक पूरी ईमानदारी से जानकारी दें और सर्वे टीम के साथ सहयोग करें, ताकि समग्र आईडी डेटाबेस साफ-सुथरा, सही और अपडेटेड हो सके। यह पहल सरकारी सेवाओं को बेहतर बनाने और लाभार्थियों तक सही तरीके से लाभ पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

समग्र आईडी में त्रुटि सुधार के लिए एआई के लाभ
समग्र आईडी रिकॉर्ड में त्रुटियों को सुधारने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग से नागरिकों और सरकारी एजेंसियों दोनों को कई फायदे होते हैं। मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:
- तेजी और सटीकता से त्रुटि सुधार: AI सिस्टम समग्र आईडी डेटाबेस में गलतियों को जल्दी पहचान कर सुधार करता है, जिससे मैनुअल प्रक्रियाओं की तुलना में समय की बचत होती है। इससे नागरिकों के रिकॉर्ड सही और समय पर अपडेट होते हैं।
- सरकारी योजनाओं तक बेहतर पहुंच: सही और अद्यतन समग्र आईडी जानकारी के साथ, लाभार्थी बिना किसी अनावश्यक देरी या इनकार के सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
- पारदर्शिता और भरोसा बढ़ना: AI आधारित डेटा प्रबंधन मानव त्रुटियों और पूर्वाग्रहों को कम करता है, जिससे सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता आती है और जनता का भरोसा बढ़ता है।
- मैनुअल त्रुटियों और देरी में कमी: स्वचालित AI प्रक्रिया मानव गलतियों की संभावना को काफी हद तक घटा देती है और प्रशासनिक कार्यों को तेजी से पूरा करती है, जिससे सेवा वितरण अधिक प्रभावी और भरोसेमंद बनता है।

नागरिक सर्वे के लिए कैसे तैयारी करें
25 अगस्त से शुरू होने वाले सर्वे को सफल और सहज बनाने के लिए नागरिकों को जरूरी दस्तावेज़ और जानकारी पहले से तैयार रखनी चाहिए। इस प्रकार आप तैयारी कर सकते हैं:
- जरूरी दस्तावेज़ तैयार रखें: अपनी समग्र आईडी कार्ड, आधार कार्ड, परिवार के दस्तावेज़ और अन्य पहचान या निवास प्रमाणपत्र संभाल कर रखें। ये दस्तावेज़ सर्वे टीम को आपकी जानकारी जल्दी सत्यापित करने में मदद करेंगे।
- अपनी समस्याओं को स्पष्ट रूप से बताएं: सर्वे के दौरान अपनी समग्र आईडी से जुड़ी किसी भी समस्या या गलती को ईमानदारी और स्पष्टता से बताएं। चाहे वह गलत विवरण हो, कोई जानकारी गायब हो, या आधार लिंकिंग में समस्या हो, सभी बातों को ठीक से समझाएं ताकि सही ढंग से दर्ज किया जा सके।
- सही जानकारी दें: अपनी समग्र आईडी रिकॉर्ड को सही और अपडेटेड रखने के लिए सही और पूर्ण जानकारी देना अत्यंत आवश्यक है। गलत या अधूरी जानकारी देने से सुधार की प्रक्रिया में देरी हो सकती है।
- सक्रिय रूप से भाग लें और सहयोग करें: सर्वे की सफलता में आपका सहयोग महत्वपूर्ण है। सर्वे टीम के साथ पूरा सहयोग करने से डेटा संग्रह और AI आधारित सुधार प्रक्रिया तेज़ होगी, जिससे आपकी समुदाय को फायदा होगा।
