PMFBY Premium 2025 – Rates, Calculator & Subsidy Explained
भारत में किसानों के लिए फसल बीमा एक बेहद ज़रूरी सुरक्षा कवच है। प्राकृतिक आपदाओं, सूखा, बाढ़ या कीटों की वजह से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) शुरू की है। इस योजना का सबसे अहम हिस्सा है PMFBY Premium, जो किसान को बीमा कवर प्राप्त करने के लिए जमा करना पड़ता है।
सरल भाषा में समझें तो PMFBY Premium वह राशि है जो किसान को अपनी फसल बीमा पॉलिसी के लिए सरकार को देनी होती है। इस प्रीमियम के आधार पर ही किसान को बीमा सुरक्षा मिलती है। यह प्रीमियम बाकी सामान्य बीमा योजनाओं की तुलना में बहुत कम है क्योंकि इसका बड़ा हिस्सा केंद्र और राज्य सरकार मिलकर वहन करती हैं।

उदाहरण के तौर पर, खरीफ फसलों के लिए किसान को केवल 2% तक प्रीमियम देना पड़ता है, जबकि रबी फसलों के लिए यह लगभग 1.5% होता है। व्यावसायिक और बागवानी फसलों के लिए भी प्रीमियम 5% तक ही है। इस तरह pmfby insurance premium किसानों को कम लागत में बड़ा वित्तीय सहारा देता है।
किसान के लिए यह जानना ज़रूरी है कि उन्हें PMFBY Premium amount कितना देना होगा। पंजीकरण (registration) करने से पहले यदि किसान अपने प्रीमियम की सही राशि जान ले, तो उन्हें योजना का चुनाव करने और अपनी वित्तीय तैयारी करने में आसानी होती है।
अक्सर किसानों के सामने यह सवाल आता है कि उन्हें कुल कितना भुगतान करना होगा और सरकार कितना सब्सिडी दे रही है। यदि यह जानकारी समय पर मिल जाए तो किसान आत्मविश्वास से योजना में शामिल हो सकते हैं। यही कारण है कि आजकल अधिकतर राज्य सरकारें और ऑनलाइन पोर्टल्स किसानों को pmfby premium कैलकुलेटर या टेबल उपलब्ध कराते हैं, जिससे सही जानकारी मिल सके।
PMFBY Premium Rates 2025
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत किसानों को सस्ती दरों पर बीमा सुविधा दी जाती है। PMFBY Premium rate हर साल फसलों, मौसम और राज्यों के अनुसार बदल सकता है। साल 2025 के लिए सरकार ने फसलों की अलग-अलग श्रेणियों के अनुसार प्रीमियम तय किया है, ताकि किसानों को उचित लाभ मिल सके।
Crop-wise Premium Rates
फसलवार प्रीमियम दरों पर नज़र डालें तो खरीफ, रबी और बागवानी/व्यावसायिक फसलों के लिए दरें अलग-अलग होती हैं।
- खरीफ फसलें (Kharif crops): धान (paddy), मक्का (maize) और कपास (cotton) जैसी खरीफ फसलों पर किसान को केवल 2% pmfby kharif premium देना होता है।
- रबी फसलें (Rabi crops): गेहूं (wheat), जौ (barley) और दलहन (pulses) जैसी फसलों के लिए किसान को 1.5% pmfby rabi premium अदा करना पड़ता है।
- बागवानी और व्यावसायिक फसलें: जैसे फल, सब्ज़ियां और नकदी फसलें (commercial crops) पर यह दर थोड़ी अधिक है और लगभग 5% तक प्रीमियम लिया जाता है।
इन दरों की वजह से किसान आसानी से बीमा सुरक्षा प्राप्त कर पाते हैं और प्राकृतिक आपदा या नुकसान की स्थिति में उन्हें पर्याप्त मुआवजा मिलता है।
State-wise Premium Differences
PMFBY Premium amount सभी राज्यों में समान नहीं होता। महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में प्रीमियम में अंतर देखने को मिलता है।
इसका कारण है—
- अलग-अलग राज्यों की कृषि परिस्थितियाँ
- मौसम और जोखिम स्तर
- राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी
इसी वजह से pmfby state-wise premium में बदलाव देखने को मिलता है। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र में खरीफ फसलों के लिए दरें अलग हो सकती हैं, जबकि राजस्थान में वही दर कुछ हद तक कम या ज़्यादा हो सकती है।

Annual vs. Seasonal Premium
किसानों के पास यह विकल्प होता है कि वे एक ही सीजन (single season) या पूरे साल (multiple season) के लिए बीमा प्रीमियम जमा करें।
- सीजनल enrollment: केवल खरीफ या रबी सीजन के लिए PMFBY Premium 2025 चुकाना होता है।
- वार्षिक enrollment: पूरे साल यानी खरीफ और रबी दोनों सीज़न के लिए किसान को प्रीमियम भरना पड़ सकता है।
इस तरह किसानों को अपनी ज़रूरत और आर्थिक स्थिति के अनुसार विकल्प चुनने की आज़ादी मिलती है। चाहे वह pmfby kharif premium 2025 हो या pmfby rabi premium 2025, दोनों में सरकार का सब्सिडी योगदान किसानों को बड़ी राहत प्रदान करता है।
PMFBY Subsidy & Farmer Contribution
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किसानों को सस्ती दरों पर बीमा उपलब्ध कराने का एक बड़ा माध्यम है। इसका सबसे महत्वपूर्ण पहलू है PMFBY Subsidy, जिसके कारण किसानों को बीमा प्रीमियम का केवल एक छोटा हिस्सा ही देना पड़ता है।
Government Subsidy Structure
केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर किसानों के प्रीमियम का बड़ा हिस्सा वहन करती हैं। सामान्यतः
- केंद्र सरकार 50% सब्सिडी देती है।
- राज्य सरकार भी लगभग 50% का योगदान करती है।
इस संरचना की वजह से किसान को बहुत कम pmfby premium चुकाना पड़ता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी फसल का कुल प्रीमियम ₹100 है, तो सरकार लगभग ₹80–₹85 तक वहन करती है और किसान को केवल ₹15–₹20 देना होता है।
यानी, pmfby subsidy share किसानों के लिए सबसे बड़ी राहत है। यह न सिर्फ pmfby benefits को बढ़ाता है, बल्कि छोटे और सीमांत किसानों को भी बीमा सुरक्षा लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।
Premium Payable by Farmers
सब्सिडी घटने के बाद किसानों को जो वास्तविक रकम देनी होती है, उसे ही PMFBY payable premium कहा जाता है।
- खरीफ फसलें (Kharif crops): धान, मक्का, कपास जैसी खरीफ फसलों पर किसान को कुल बीमित राशि का केवल 2% प्रीमियम देना पड़ता है। उदाहरण के लिए, यदि बीमा राशि ₹50,000 है, तो किसान को केवल ₹1,000 प्रीमियम देना होगा।
- रबी फसलें (Rabi crops): गेहूं, जौ, दालों जैसी रबी फसलों के लिए प्रीमियम दर 1.5% है। यदि बीमा राशि ₹40,000 है, तो किसान को केवल ₹600 का प्रीमियम अदा करना होगा।
- बागवानी एवं व्यावसायिक फसलें: इन पर किसानों को 5% तक pmfby premium paid by farmers देना होता है।
यह स्पष्ट करता है कि सब्सिडी हटाने के बाद भी किसानों का वास्तविक योगदान बेहद कम है। यही कारण है कि लाखों किसान हर साल इस योजना में पंजीकरण करवाते हैं और PMFBY Premium का लाभ उठाते हैं।
सरकार की यह पहल सुनिश्चित करती है कि प्राकृतिक आपदाओं या फसल क्षति की स्थिति में किसान को आर्थिक सुरक्षा मिल सके और उसका जोखिम कम से कम हो।
PMFBY Premium Calculator 2025
किसानों के लिए यह समझना ज़रूरी है कि उन्हें वास्तव में कितना प्रीमियम भरना पड़ेगा। इसी उद्देश्य से सरकार ने ऑनलाइन PMFBY Premium Calculator 2025 उपलब्ध कराया है। इस टूल की मदद से किसान आसानी से यह जान सकते हैं कि उनकी फसल और क्षेत्र के अनुसार कितना प्रीमियम देना होगा और सरकार की ओर से कितनी सब्सिडी मिलेगी।

How to Use PMFBY Online Calculator
PMFBY Calculator का उपयोग करना बेहद आसान है। किसान को बस कुछ बुनियादी जानकारी भरनी होती है और तुरंत परिणाम मिल जाता है।
स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस इस प्रकार है:
- फसल का चयन करें (Select Crop): धान, गेहूं, मक्का, दलहन या अन्य फसल।
- क्षेत्र दर्ज करें (Enter Area): कितने हेक्टेयर ज़मीन पर खेती हो रही है।
- मौसम चुनें (Select Season): खरीफ या रबी सीज़न।
- स्थान चुनें (Select Location): राज्य और ज़िला।
- प्रीमियम आउटपुट देखें (View Premium Output): जैसे ही सभी जानकारी डाली जाती है, pmfby insurance premium calculator तुरंत अनुमानित प्रीमियम और सब्सिडी दिखा देता है।
इस पूरी प्रक्रिया में किसान को केवल कुछ मिनट लगते हैं और उन्हें पूरी पारदर्शिता के साथ जानकारी मिल जाती है। यही कारण है कि इसे अक्सर pmfby premium amount calculator भी कहा जाता है।
Benefits of Using the Calculator
PMFBY Online Calculator किसानों को कई महत्वपूर्ण फायदे देता है:
- त्वरित अनुमान (Quick Estimates): किसान तुरंत देख सकते हैं कि उनकी फसल पर कितना प्रीमियम बनता है।
- बजट प्लानिंग (Planning Budget): pmfby premium rate calculator से किसान अपनी वित्तीय योजना बना सकते हैं, ताकि समय पर प्रीमियम भर सकें।
- गलतियों से बचाव (Avoiding Errors): ऑनलाइन कैलकुलेटर आधिकारिक डेटा पर आधारित होता है, जिससे गणना में ग़लती की संभावना नहीं रहती।
इस तरह, PMFBY Calculator किसानों के लिए एक भरोसेमंद टूल है, जो उन्हें फसल बीमा से जुड़ी सही और पारदर्शी जानकारी देता है।

PMFBY Insurance Coverage & Claim Amount
PMFBY Premium भरने का सबसे बड़ा उद्देश्य यह है कि किसान को प्राकृतिक आपदाओं या फसल नुकसान की स्थिति में बीमा कवरेज मिले। योजना के अंतर्गत हर फसल के लिए अधिकतम बीमा राशि और क्लेम प्रक्रिया पहले से निर्धारित होती है। इससे किसानों को यह भरोसा रहता है कि उनका निवेश सुरक्षित है।
Maximum Insurance Coverage per Crop
हर फसल के लिए सरकार एक Sum Insured तय करती है, जिसे बीमा कंपनी और सरकार मिलकर लागू करते हैं। उदाहरण के लिए:
- खरीफ फसलें (Kharif crops): धान, मक्का और कपास जैसी फसलों के लिए बीमा राशि अलग-अलग होती है।
- रबी फसलें (Rabi crops): गेहूं, जौ और दालों के लिए प्रीमियम और बीमा कवरेज भिन्न हो सकता है।
- बागवानी और व्यावसायिक फसलें: फल, सब्ज़ियाँ और अन्य हाई-वैल्यू फसलों के लिए कवरेज अक्सर अधिक होता है।
किसान को जितना pmfby insurance premium amount भरना पड़ता है, उसी अनुपात में उनका कवरेज तय किया जाता है। यही कारण है कि कई किसान इसे pmfby maximum premium से जोड़कर समझते हैं।
Claim Settlement Process
बीमा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है क्लेम सेटलमेंट। PMFBY Insurance में यह प्रक्रिया पारदर्शी और चरणबद्ध होती है:
- प्रीमियम भुगतान (Premium Payment): किसान सबसे पहले अपनी चुनी हुई फसल और क्षेत्र के अनुसार PMFBY Premium भरते हैं।
- कवरेज एक्टिवेशन (Coverage Activation): जैसे ही प्रीमियम जमा हो जाता है, फसल निर्धारित अवधि के लिए बीमित हो जाती है।
- फसल नुकसान की स्थिति (Crop Loss Situation): यदि प्राकृतिक आपदा, भारी वर्षा, सूखा, बाढ़ या कीटों के कारण फसल खराब हो जाती है, तो किसान बीमा क्लेम दर्ज कर सकते हैं।
- सर्वे और आकलन (Survey & Assessment): स्थानीय प्रशासन और बीमा कंपनी मिलकर नुकसान का आकलन करते हैं।
- पेवाउट (Payout): आकलन के बाद किसान को उनका pmfby claim amount सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है।
उदाहरण के तौर पर, यदि किसी किसान ने रबी सीज़न में गेहूं की खेती पर बीमा कराया और अचानक ओलावृष्टि से नुकसान हो गया, तो वह आसानी से अपना pmfby insurance payout प्राप्त कर सकता है। इसी तरह खरीफ फसलों जैसे धान या कपास के लिए भी यह नियम लागू होता है।
इस तरह PMFBY Premium किसानों को न सिर्फ बीमा कवरेज देता है, बल्कि फसल नुकसान की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है।
PMFBY Premium Chart (2019–2025)
किसानों के लिए यह जानना ज़रूरी है कि अलग-अलग वर्षों में PMFBY Premium दरों में क्या बदलाव हुए। इससे उन्हें यह समझने में आसानी होती है कि समय के साथ सरकार ने प्रीमियम स्ट्रक्चर में कैसे संशोधन किए हैं और मौजूदा सीज़न में उन्हें कितना भुगतान करना होगा।

Year-wise Premium Rate Summary
नीचे दिए गए PMFBY Premium Chart (2019–2025) में खरीफ और रबी फसलों के लिए अनुमानित दरें प्रस्तुत की गई हैं। यह चार्ट केवल एक उदाहरण है और वास्तविक दरें राज्य व फसल के अनुसार भिन्न हो सकती हैं।
Key Highlights from the Chart
- स्थिर दरें (Stable Rates): पिछले कई वर्षों से pmfby premium rates 2023 और उससे पहले की दरें लगभग एक जैसी बनी हुई हैं।
- 2024 अपडेट (2024 Update): किसानों के लिए pmfby premium rates 2024 भी पुराने ढांचे पर ही आधारित हैं।
- 2025 प्रीमियम चार्ट (2025 Premium Chart): मौजूदा वर्ष में भी pmfby 2025 premium chart में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है, जिससे किसानों को पूर्वानुमान और योजना बनाने में आसानी होती है।
यह तालिका किसानों को पिछले वर्षों की तुलना करने का मौका देती है और यह समझने में मदद करती है कि आने वाले सीज़न में उन्हें कितना PMFBY Premium भरना पड़ सकता है।
How to Pay PMFBY Premium Online
आज के समय में ज्यादातर किसान ऑनलाइन माध्यम से फसल बीमा का प्रीमियम जमा करना पसंद करते हैं। इससे समय और मेहनत दोनों की बचत होती है। सरकार ने PMFBY Premium Payment को आसान बनाने के लिए पोर्टल और मोबाइल ऐप दोनों उपलब्ध कराए हैं।
Step-by-Step Guide for Online Payment
How to pay PMFBY Premium ऑनलाइन? इसके लिए किसान नीचे दिए गए सरल चरणों का पालन कर सकते हैं:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: pmfby.gov.in पर लॉगिन करें।
- किसान कॉर्नर चुनें (Farmer Corner): यहाँ से किसान रजिस्ट्रेशन और लॉगिन कर सकते हैं।
- फसल और सीज़न का चयन करें: खरीफ, रबी या बागवानी फसलों का चुनाव करें।
- प्रीमियम विवरण देखें: चुनी हुई फसल और क्षेत्र के अनुसार PMFBY Premium की राशि दिखाई जाएगी।
- ऑनलाइन भुगतान करें: नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड या अन्य ऑनलाइन मोड से प्रीमियम भुगतान करें।
- रसीद डाउनलोड करें: भुगतान पूरा होने के बाद किसान को डिजिटल रिसीट मिल जाती है, जो भविष्य के लिए सुरक्षित रखनी चाहिए।

Last Date & Debit Date Details
किसानों के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि PMFBY Premium Last Date कब है। आमतौर पर खरीफ सीज़न में अंतिम तारीख जुलाई के अंत तक होती है और रबी सीज़न में दिसंबर तक। हालांकि, हर साल राज्य सरकारें अधिसूचना जारी करके तारीखों की पुष्टि करती हैं।
- PMFBY Premium Debit Date: कई बार किसान बैंक लोन पर प्रीमियम जमा कराते हैं। इस स्थिति में राशि सीधे उनके खाते से डेबिट हो जाती है। इसके लिए बैंक द्वारा तय debit date को ध्यान में रखना ज़रूरी है।
- अगर किसान समय पर भुगतान नहीं करते हैं तो उनका बीमा सक्रिय नहीं होगा और नुकसान की स्थिति में वे दावा (claim) नहीं कर पाएंगे।
इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे हमेशा निर्धारित समय सीमा से पहले ही pmfby premium payment पूरा करें।
Tips for Accurate Premium Calculation
प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना (PMFBY) के तहत सही प्रीमियम कैलकुलेशन करना बहुत ज़रूरी है। अगर किसान गलत फ़सल, क्षेत्र या मौसम चुनते हैं तो न केवल बीमा राशि कम हो सकती है, बल्कि क्लेम से जुड़ी दिक़्क़तें भी सामने आ सकती हैं। इसलिए कुछ सरल लेकिन महत्वपूर्ण टिप्स को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए।
✅ सही फ़सल और क्षेत्र का चयन करें
सबसे पहला और अहम कदम है कि किसान सही फ़सल (crop) और क्षेत्र (area) का चुनाव करें। उदाहरण के लिए, अगर कोई किसान खरीफ़ सीज़न में धान बो रहा है और गलती से मक्का चुन लेता है, तो उसके प्रीमियम कैलकुलेशन में अंतर आ जाएगा। इसी तरह ब्लॉक या तहसील का सही नाम डालना भी ज़रूरी है।
✅ केवल आधिकारिक पोर्टल का उपयोग करें
आजकल इंटरनेट पर कई pmfby premium calculator या अन्य थर्ड-पार्टी टूल उपलब्ध हैं, लेकिन सबसे भरोसेमंद है PMFBY का आधिकारिक ऑनलाइन कैलकुलेटर। इससे किसान को सही प्रीमियम अमाउंट और बीमा कवरेज का अनुमान मिलता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि गणना में कोई त्रुटि न हो और भुगतान सही जगह पर हो।
✅ सरकारी नोटिफिकेशन की क्रॉस-चेकिंग करें
हर सीज़न में प्रीमियम दरें (premium rates) बदल सकती हैं। कभी-कभी राज्य सरकारें भी सब्सिडी स्ट्रक्चर या योगदान में संशोधन करती हैं। इसलिए किसान को सलाह दी जाती है कि वे सरकारी नोटिफिकेशन या कृषि विभाग की ताज़ा घोषणाओं की जांच ज़रूर करें। इससे उन्हें पता चलता है कि pmfby insurance calculator में दिखाई जा रही दरें सही हैं या नहीं।
📌 किसानों के लिए लाभ
- सही बजट प्लानिंग करने में मदद
- प्रीमियम भुगतान में पारदर्शिता
- क्लेम से जुड़ी संभावित समस्याओं से बचाव
❓ FAQs on PMFBY Premium
📌 Conclusion
किसानों के लिए PMFBY Premium को समझना बेहद ज़रूरी है क्योंकि यही प्रीमियम उनकी फ़सल सुरक्षा की नींव है। आवेदन करने से पहले अगर किसान सही प्रीमियम दर, सब्सिडी की संरचना और अपनी वास्तविक देय राशि जान लें तो योजना का लाभ और अधिक पारदर्शी तथा उपयोगी हो जाता है।
सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी किसानों का आर्थिक बोझ कम करती है, लेकिन सही जानकारी न होने पर कई किसान योजना का पूरा लाभ नहीं उठा पाते। इसलिए यह आवश्यक है कि हर किसान आधिकारिक पोर्टल के PMFBY Premium Calculator का उपयोग करे, जिससे वह आसानी से फ़सल, क्षेत्र और मौसम के आधार पर प्रीमियम की सटीक गणना कर सके।
👉 साथ ही, नवीनतम सरकारी नोटिफिकेशन्स और PMFBY Login Guide का पालन करने से आवेदन और प्रीमियम भुगतान की प्रक्रिया और भी आसान हो जाती है।
“For official updates and the calculator visit PMFBY का आधिकारिक पोर्टल.“







